सोमवार, 26 अक्तूबर 2015

दीवाली

दीवाली मनाओ...

इस साल दिवाली में
दीप ना जलाये...
फटाके ना फोड़े....
ना घरपर शो लाइट जलाये...
सब पैसा बेपारी को जायेगा....

करोडो दीप जलाने से तेल की
और ऑक्सीजन की खपत होगी
ये पैसा सड़क के गरीब बच्चों
या अनाथाश्रम के बच्चों को दो.....
(चारागर)

मुले जर फुले असतील तर
कोमल हाती फटाक्यांची अग्नी का द्यावी??

पृथ्वी जर देत असेल श्वास तर
बदल्यात फटाक्यांची विषहवा का द्यावी??

आहेत जर देशात भिकारी, दरिद्री तर
लाखोटन खाद्यतेलाची-ऑक्सीजनसह आहुति का द्यावी???
--++ चारुशील

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