शनिवार, 8 अगस्त 2015

Sama Hai Mahka समां है महका-महका

समां है महका- महका
दिल भी है बहका बहका
दिल भी तरसा तरसा
समां है महका- महका
दिल भी तरसा तरसा
समां है महका- महका ।। धृ।।

रिम-झिम सा रिम-झिम सा -2
तुम ही है जो दिल ने जिस को
थामा है जो इतना पास
जानेजाना यूँ न सताओ
आजाओ ज़रा पास
सावन भी है ये बरसा-बरसा ।। 1 ।।
     दिल भी बहका-बहका
     समां है महका- महका

था कितना संयम-सा
हो गया चंचल-सा -2
समझाया था दिल को कितना
फिर भी न आया कभी ये बाज़
ख्याल तुम्हारा धीरे-धीरे
दिल का बना है राज़ - 2
तुम्हे पाने दिल तरसा तरसा ।। 2 ।।
      दिल भी है बहका बहका
      समां है महका- महका
                   - चारुशील माने (चारागर)

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