शनिवार, 6 फ़रवरी 2016

Gungunau mai गुनगुनाऊँ मैं

गुनगुनाऊ मैं नाम ही मैं तेरा
सुनसुनाऊ मैं नाम ही ये तेरा
कभी ना कभी होठों पे तेरे
आयेगा नाम मेरा...|| धृ ||
                    गुनगुनाऊ मैं नाम ही मैं तेरा।

रहे जहाँ हीरा
वहाँ पर्बतों का घेरा
पाने के लिए जिसे
ज़िन्दगी है फेरा
कहीं ना कहीं जुड़ा है नाता
तुझी से सनम मेरा...|| 1 ||
                गुनगुनाऊ मैं नाम ही मैं तेरा

दर्दों की राहों में
दर्दों का है मेला
यादों का पाला है
पैरों में है छाला
कभी ना कभी राहों से तेरी
मिलेगा रस्ता मेरा...|| 2 ||
             गुनगुनाऊ मैं नाम ही मैं तेरा

तेरे बिना सोचा तो
ज़ी ही टूट गया
मोहब्बतने हमें
तालीफ़ है किया
ज़िन्दगीने कितना
हमें झाँसा है दिया
कभी ना कभी अंधेरों में भी
सवेरा आयेगा मेरा || 3 ||
            गुनगुनाऊ मैं नाम ही मैं तेरा

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